योगी या भोगी… बार टेंडर से करोड़पति ‘बाबा’ बना तरुण उर्फ कांति, गोवा में चलाता था रिसॉर्ट जैसा योगाश्रम

राजनांदगांव: डोंगरगढ़ में योगाश्रम की आड़ में नशा और दूसरी अनैतिक गतिविधियों के आरोपी की पोल खुलने लगी है। योगी तरुण उर्फ कांतिलाल अग्रवाल (45) गोवा में बीते कई सालों से रिसॉर्ट की तर्ज पर योगाश्रम चला रहा है। आरोपी से जुड़े कई राज उजागर हो रहे हैं। आरोपी अपने आप को योग गुरु बताता है, लेकिन कोई प्रणाम पत्र नहीं है।
आरोपी ने गोवा के कथित आश्रम के तर्ज पर डोंगरगढ़ के पहाड़ी इलाके में आश्रम खड़ा की योजना बनाई थी। वह 42 एकड़ में इसे तैयार कर रहा था। उसकी योजना करीब पांच हजार लोगों के लिए सुविधाओं से लैस एक आश्रम तैयार करना था। वह दावा करता था कि, यहां आयुर्वेदिक उपचार पद्धति शुरु की जाएगी। लेकिन, शुरुआत में ही जो चीजें यहां सामने आई है उससे इस उद्देश्य पर संदेह पैदा होता है।
गोवा में बार टेंडर का काम करता था तरुण उर्फ कांति
स्वयं को योगी बताने वाले तरुण की पड़ताल में उसके भोगी पहलू का भी राजफाश हो रहा है। तरुण को बचपन से जानने वाले इससे जुड़े कई खुलासे करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक परिचित ने बताया, युवावस्था में तरुण नहीं उसे यहां कांति के नाम से जाना जाता था, उसने यहां कोई काम नहीं किया।
परिचित ने बताया कि कुछ समय बाद वह गोवा चला गया और जब वहां से लौटा तो पता चला कि वो बार टेंडर का काम करता है। काफी समय तक वह यही काम करता रहा। इस बीच वो डोंगरगढ़ अपने परिवार के पास भी आया करता था।
प्रशिक्षित योग गुरु होने का दावा
जानकारी के अनुसार, बार टेंडर के तौर पर काम करते हुए कांति की मुलाकात कुछ लोगों से हुई। जिसके बाद वह योग का प्रशिक्षण लेने लगा। उसने स्वयं भी पुलिस के सामने दावा किया है कि वह कई संस्थाओं से प्रशिक्षित योग गुरु है। हालांकि, इससे जुड़े कोई दस्तावेज उसने पेश नहीं किये हैं।
2020-21 में खरीदी जमीन, बताया NGO का पैसा
ऐसी जानकारी मिली है कि कांति ने डोंगरगढ़ में 42 एकड़ की जमीन 2020-21 में खरीदी। इसके लिए 6 करोड़ रुपये चुकाए गए। उसने सभी को बताया कि, वह एनजीओ का पैसा है जिससे जमीन खरीदी गई है। जब जमीन की रजिस्ट्री हुई तब भी कुछ विदेशी नागरिक उसके साथ थे। कांति के परिवार को भी पता नहीं था कि, उसकी पहुंच इतनी बड़ी हो चुकी है। इसके बाद वह कई बार यहां विदेशियों से के साथ आता-जाता रहा।
संदिग्ध है कथित योगी की गतिविधियां
24 जून को डोंगरगढ़ पुलिस ने तरुण के फार्महाउस में छापेमारी की। यहां उसके कब्जे से करीब दो किलो गांजा बरामद हुआ। इसके साथ ही उसके पास से पुरुष और महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाली यौनक्रिया संबंधी चीजें भी मिली। तरुण ने पूछताछ में इसे अपने अनुयायियों का बताया है। उसका पक्ष है कि, उसके संपर्क में कई लोग हैं जो आश्रम आते जाते हैं, ये उनमें से किसी का भी हो सकता है।
एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई
इस पूरे मामले को लेकर राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग का कहना है कि आरोपी के संबंध में छानबीन जारी है। वह खुद को कई एनजीओ से जुड़ा हुआ बता रहा है लेकिन इसके कोई दस्तावेज उसने नहीं दिए हैं। उसके परिसर से कई आपत्तिजनक वस्तुएं भी मिली है। फिलहाल पुलिस इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है। आगे की जांच जारी है।