ग्रे मार्केट में किसका आईपीओ आगे? कहां मिल सकता ज्यादा मुनाफा, जानिए पूरी डिटेल

 Groww Vs Lenskart IPO Trend: ग्रे मार्केट में क्या है रुझान। 

Groww Vs Lenskart IPO: भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को निवेशकों के लिए व्यस्त दिन रहा। एक तरफ जहां लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड का आईपीओ अपने तीसरे और आखिरी दिन बोली के लिए बंद हुआ तो वहीं दूसरी ओर बिलियनब्रेंस गराज वेंचर्स लिमिटेड यानी ग्रो (Groww) की पेरेंट कंपनी ने अपने मेगा पब्लिक इश्यू के साथ बाजार में एंट्री की।

दोनों हाई-प्रोफाइल इश्यूज़ के चलते निवेशक अब ग्रे मार्केट प्रीमियम पर खास नजर रख रहे हैं, ताकि लिस्टिंग के दिन मुनाफे की संभावनाओं का अंदाजा लगाया जा सके।

लेंसकार्ट का आईपीओ 31 अक्टूबर को लॉन्च हुआ था और मंगलवार को इसका तीन दिन का सब्सक्रिप्शन पीरियड खत्म हुआ। कंपनी का प्राइस बैंड 402 प्रति शेयर तय किया गया था, लेकिन मंगलवार सुबह 11:30 बजे तक इसका ग्रे मार्केट में 51 रुपये प्रति शेयर पर आ गया।

इसका मतलब है कि लिस्टिंग प्राइस करीब 453 रुपये हो सकता है, यानी करीब 12.69% का अनुमानित प्रॉफिट हो सकता है। हालांकि, यह गिरावट पिछले शुक्रवार की तुलना में काफी ज्यादा है, जब लेंसकार्ट का ग्रे मार्केट प्रीमियम 95 रुपये था। उस वक्त संभावित लिस्टिंग गेन लगभग 24 फीसदी तक माना जा रहा था।

बाजार जानकारों के मुताबिक, शुरुआती जोश के बाद लेंसकार्ट के शेयर को लेकर रुझान थोड़ा ठंडा पड़ा है, हालांकि लिस्टिंग के दिन इसमें फिर से तेजी देखने को मिल सकती है।

ग्रो आईपीओ का प्रीमियम तेजी से बढ़ा

दूसरी तरफ, ग्रो आईपीओ ने निवेशकों में नई उत्सुकता जगा दी है। मंगलवार सुबह इसका ग्रे मार्केट प्राइस 18 रुपया प्रति शेयर दर्ज किया गया, जो कंपनी के 100 रुपये के ऊपरी प्राइस बैंड पर 18% प्रीमियम दिखाता है। दिलचस्प बात यह है कि ग्रो के शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम पिछले कुछ दिनों में लगातार बढ़ा है। बीते 28 अक्टूबर को ग्रे मार्केट प्राइस 10 रुपये था, ये 30 अक्टूबर को 15 रुपया पहुंचा और 3 नवंबर को ये 16.5 रुपये तक पहुंच गया था। अब 18 रुपये पर पहुंचने के बाद यह संकेत दे रहा है कि निवेशकों का भरोसा ग्रो के बिजनेस मॉडल और संभावित लिस्टिंग गेन पर बढ़ रहा है।

निवेशक क्या करें?

विश्लेषकों का मानना है कि जिन निवेशकों ने पहले से लेंसकार्ट में एंट्री ली, वे होल्ड करके चलें, जबकि ग्रो के इश्यू में भाग लेने वालों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। दोनों आईपीओ के रुझान यह दिखा रहे हैं कि त्योहारी सीजन में भी बाजार का उत्साह कम नहीं हुआ है।

(प्रियंका कुमारी)

(Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। ये खबर सामान्य जानकारी के लिए है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता। किसी भी तरह के निवेश को लेकर फैसला लेने से पहले, अपने वित्तीय सलाहकार से राय मशविरा करें)