उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन करेंगे राजनांदगांव में नेत्र चिकित्सालय का लोकार्पण — 5 नवंबर को खुलेगा ‘उदयाचल मल्टी स्पेशिलिटी आई केयर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट’

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। यहां 5 नवंबर को देश के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णनउदयाचल मल्टी स्पेशिलिटी आई केयर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट’ का लोकार्पण करेंगे। यह नेत्र चिकित्सालय आम जनता के लिए आंखों की जांच और रेटिना उपचार धर्मार्थ दरों पर उपलब्ध कराएगा।

इस कार्यक्रम में कई बड़े नेता और अधिकारी शामिल होंगे। इनमें छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल, प्रभारी मंत्री गजेंद्र यादव और महापौर मधुसूदन यादव मौजूद रहेंगे। यह अवसर राजनांदगांव के लिए ऐतिहासिक होगा, क्योंकि यह शहर में किसी उपराष्ट्रपति का पहला दौरा होगा।

संस्थान की स्थापना पद्मश्री डॉ. पुखराज बाफना के प्रयासों से हुई है। उन्होंने बताया कि एक छोटे शहर के धर्मार्थ अस्पताल का उद्घाटन देश के उपराष्ट्रपति के हाथों होना बेहद गर्व की बात है। डॉ. बाफना ने कहा कि इस संस्थान का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के मरीजों को उच्च स्तरीय नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है।

‘उदयाचल’ संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र बाफना ने बताया कि अस्पताल में आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित नेत्र जांच कक्ष, ऑपरेशन थिएटर और रिसर्च सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां रेटिना, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और कॉर्निया रोगों का उपचार विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा किया जाएगा।

संस्था के सूचना प्रभारी गौतम बाफना ने बताया कि लोकार्पण समारोह स्टेट हाई स्कूल मैदान में आयोजित किया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में नागरिकों, समाजसेवियों और विद्यार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है। ‘उदयाचल परिवार’ ने सभी से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनें और कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित हों।

राजनांदगांव के लोग इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस अस्पताल से क्षेत्र में नेत्र रोगों के उपचार की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और मरीजों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रशासन ने समारोह की तैयारियां तेज कर दी हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।