सरकारी अस्पतालों में अमानक दवाइयों की सप्लाई पर बवाल, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश

छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों में घटिया गुणवत्ता वाली दवाइयों की सप्लाई का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मंत्री जायसवाल ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) के सिस्टम में कई खामियां आ गई थीं, जिन्हें सुधारने का काम अब तेज़ी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जांच की हर प्रक्रिया पारदर्शी रखी जाएगी ताकि जनता को सही जानकारी मिल सके।
विभाग ने “ओफ़्लॉक्सासिन ऑर्निडाज़ोल टैबलेट” (Ofloxacin Ornidazole Tab) के एक विशेष बैच को अमानक पाते हुए तत्काल प्रभाव से उपयोग पर रोक लगा दी है। रायपुर स्थित ड्रग वेयरहाउस ने सभी सरकारी अस्पतालों को निर्देश जारी किए हैं कि इस दवा का इस्तेमाल तुरंत बंद करें और बची हुई दवा को वापस करें।
हालांकि इस मामले में जांच करने वाले अधिकारियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार, CGMSC अब संबंधित दवा कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दवा सप्लाई और परीक्षण की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।











