बारिश में आकर्षक और मनमोहक हो जाता है ‘देश का दिल’, नदियां, झरने और वादियां…अद्भुत होता इन पर्यटन स्थलों का दृश्य

भोपाल: मप्र के प्राकृतिक पर्यटन स्थल वैसे तो 12 महीने सैलानियों को आकर्षित करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे स्थल भी हैं, मानसून सीजन में जिनकी रौनक को चार चांद लग जाते हैं और प्रतिवर्ष देश-विदेश के सैलानियों को इन स्थलों पर आने के लिए बारिश की बूंदों का इंतजार होता है।

देश का दिल कहा जाने वाला यह राज्य अपनी ऐतिहासिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। बारिश के मौसम में यह राज्य और भी अधिक आकर्षक हो जाता है। चारों और फैली हरियाली, बहती नदियों और पर्वतों से गिरते झरनों के कारण पर्यटकों को अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कराते हैं। मानसून का सीजन एक बार फिर आ चुका है। ऐसे में पचमढ़ी, मांडू, अमरकंटक और तामिया घूमने की बात ही अलग है।

बता दें कि इन स्थलों पर हरियाली की चादर ओढ़े वादियां बादलों से सीधा संवाद करती हैं। इन गंतव्यों पर इस सीजन में हर साल हजारों सैलानी प्रतिवर्ष पहुंचते हैं। प्रदेश के स्थित नेशलन पार्क अब सैलानियों के लिए बंद होने वाले हैं और ऐसे समय में हम इन पर्यटन स्थलों के बारे में बता रहे हैं।

पचमढ़ी: बारिश में होती हैं रोमांचक गतिविधियां

बारिश के मौसम में सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में हरियाली और झरने बहुत ही खूबसूरत लगते हैं। यह मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, जो बारिश के मौसम में स्वर्ग सा लगता है। बादल मानों धरती पर उतर आते हों। यहां की हरियाली, झरने और घुमावदार रास्ते मन मोह लेते हैं।

यहां के प्रमुख आकर्षणों में बी फाल्स, अप्सरा विहार और धूपगढ़ शामिल हैं, जहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। मप्र पर्यटन विभाग की ओर से यहां इस सीजन में मानसून मैराथन का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें देश भर के प्रतिभागी हिस्सा लेते हैं। साइकिलिंग और ट्रेकिंग भी इस सीजन में खूब होती है। इस बार मानसून मैराथन 20 जुलाई को है।

मांडू: मानसून में जीवंत हो उठता है यह स्थान

हवेलियां तालाब और महलों वाला मांडू अपने ऐतिहासिक किलों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। बारिश के मौसम में यहां की हवेलियां, तालाब और महल जीवंत हो उठते हैं। जहाज महल, हिंडोला महल और रूपमती का महल यहां के प्रमुख आकर्षण हैं।

मांडू का हरियाली से घिरा परिदृश्य और मौसम का सुहावना होना इसे और भी खास बनाता है। यहां स्थित मप्र पर्यटन निगम के होटल में मानसून के हिसाब से फूड के विशेष इंजजाम किए जाते हैं।मानसून की धुंध के बीच भीगे विरासत स्थल और भी सुंदर दिखाई देते हैं।

अमरकंटक: तीन नदियों का उद्गम स्थल

अमरकंटक मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक नर्मदा के अलावा सोन और जोहिला यहां से निकलती हैं। यदि आप प्रकृति को निहारना पसंद करते है, तो मानसून के दौरान अमरकंटक से कुछ दूरी पर स्थित कई खूबसूरत स्थल आपको जरूर देखने चाहिए, जैसे नर्मदा उद्गम मंदिर नर्मदा कुंड, सोनमुड़ा (सोन नदी का स्रोत), दुग्धधारा जल प्रपात और कपिलधारा जल प्रपात जो अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से घिरे हुए हैं।

तामिया: हरी-भरी वादियों के बीच होम स्टे में रुकने का आनंद

मध्यप्रदेश के छिपे खजाने में से एक, तामिया एक सुरम्य वन गंतव्य है जो घने जंगल और पहाड़ों के सुंदर और सांस लेने वाले दृश्य पेश करता है। तामिया दुनिया से डिस्कनेक्ट करने और पूर्ण शांति का अनुभव करने के लिए एक आदर्श स्थान है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। इसलिए इसे “मिनी पचमढ़ी” के नाम से भी जाना जाता है।

गोंड और भरिया जनजाति के लोगों का निवासस्थल पातालकोट घाटी यहीं स्थित है। यहां से कुछ ही दूरी पर तामिया जलाशय है। यह स्थान अपनी विशिष्ट वनस्पतियों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। बारिश काल में वादियों की बीच बने होम स्टे में रुकने का अनुभव एक अलग आनंद देता है।

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