रायपुर 86 किलो चांदी लूट का ‘मास्टरमाइंड’ शिकायतकर्ता ही निकला! सट्टे में करोड़ों का कर्ज चुकाने के लिए रची थी ‘बंदूक की नोक पर लूट’ की झूठी कहानी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी कारोबारी राहुल गोयल क्रिकेट सट्टे में बड़ी रकम हार गया था, जिसके कारण उस पर करोड़ों रुपए का कर्ज हो गया था। लेनदारों के लगातार दबाव से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी रची।शनिवार, 4 अक्टूबर की सुबह राहुल गोयल ने कोतवाली पुलिस को फोन कर अपने फ्लैट में लूट होने की सूचना दी थी।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सराफा कारोबारी को बंधक बनाकर गन की नोक पर 86 किलो चांदी लूटने की जिस सनसनीखेज वारदात ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया था, उसका पर्दाफाश हो गया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि लूट की शिकायत करने वाला पीड़ित कारोबारी राहुल गोयल ही इस पूरी कहानी का मास्टरमाइंड निकला।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी कारोबारी राहुल गोयल क्रिकेट सट्टे में बड़ी रकम हार गया था, जिसके कारण उस पर करोड़ों रुपए का कर्ज हो गया था। लेनदारों के लगातार दबाव से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी रची।
शनिवार, 4 अक्टूबर की सुबह राहुल गोयल ने कोतवाली पुलिस को फोन कर अपने फ्लैट में लूट होने की सूचना दी थी।
कारोबारी ने पुलिस को बताया था कि जब वह सदर बाजार स्थित राजधानी पैलेस के अपने फ्लैट में था, तभी दो नकाबपोश बदमाश हाथों में गन लेकर आए। उन्होंने उसके साथ मारपीट की, कनपटी पर गन रखी और नशीली दवा सुंघाकर बेहोश कर दिया। होश आने पर उसने देखा कि उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे, और घर से ₹1.50 करोड़ कीमत की 86 किलो चांदी लूट ली गई थी।
पुलिस ने शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू की, लेकिन सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस को जल्द ही कारोबारी पर संदेह हुआ।
पुलिस ने कारोबारी की कुंडली खंगाली तो पता चला कि वह क्रिकेट सट्टे में बड़ी रकम हार चुका है और उस पर करोड़ों का कर्ज है।संदेह के आधार पर जब पुलिस ने कारोबारी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो वह ज्यादा देर पुलिस को गुमराह नहीं कर सका और उसने लूट की झूठी कहानी बनाने की बात कबूल कर ली।
कोतवाली पुलिस अब आरोपी कारोबारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है। यह मामला दर्शाता है कि कैसे कर्ज के दबाव में आकर एक कारोबारी ने प्रशासन को गुमराह करने और अपराध की झूठी कहानी रचने की कोशिश की। राहुल गोयल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा शहर का रहने वाला है और रायपुर में चांदी का कारोबार करता था।











