किसान से 25 हजार की रिश्वत लेते तहसील कर्मचारी रंगे हाथ पकड़ा गया, पत्नी की मौत पर मुआवजा दिलाने के लिए मांगे थे पैसे

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। दरभा तहसील कार्यालय में पदस्थ एक कर्मचारी को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की टीम ने किसान से 25 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। यह कार्रवाई गुरुवार को दरभा थाना क्षेत्र में की गई।
जानकारी के अनुसार, किसान सामनाथ बघेल की पत्नी रामबती बघेल की कुछ समय पहले सर्पदंश (सांप के काटने) से मौत हो गई थी। शासन की ओर से ऐसी घटनाओं में प्राकृतिक आपदा सहायता राशि के रूप में मुआवजा दिया जाता है। इसी राशि को दिलाने के नाम पर तहसील कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 हेम कुमार पाणिग्रही ने किसान से 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
किसान ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद एसीबी टीम ने जाल बिछाया। तय योजना के अनुसार, किसान गुरुवार को आरोपी कर्मचारी को पहली किस्त के रूप में 25 हजार रुपये देने पहुंचा। जैसे ही कर्मचारी ने रुपये लिए, एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस घोटाले में अन्य अधिकारी या कर्मचारी भी शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी हेम कुमार पाणिग्रही लंबे समय से किसानों और ग्रामीणों से मुआवजा, जाति प्रमाणपत्र और अन्य सरकारी योजनाओं के नाम पर पैसे वसूलने की कोशिश करता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि कार्यालय में भ्रष्टाचार की यह कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि कई किसान पहले भी ऐसी शिकायतें कर चुके हैं।
वहीं, इस पूरे मामले के सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अधिकारी अब तहसील कार्यालय के अन्य कर्मचारियों के कार्यों की भी जांच कराने की तैयारी कर रहे हैं।
एसीबी टीम ने रिश्वत की रकम को जब्त कर लिया है और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ग्रामीणों ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और गरीब किसानों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।









