भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार सलामी बल्लेबाज Smriti Mandhana ने इतिहास रचते हुए नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला है। मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में ऐसी पारी खेली, जिसने उन्हें महिला क्रिकेट के शिखर पर पहुंचा दिया। 109 गेंदों पर 105 रनों की धमाकेदार पारी के साथ, Smriti Mandhanaएक कैलेंडर ईयर में चार शतक लगाने वाली पहली महिला क्रिकेटर बन गई हैं।
हालांकि, उनकी इस ऐतिहासिक पारी के बावजूद भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा और ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 83 रन से जीतकर सीरीज को 3-0 से अपने नाम किया।
Smriti Mandhana की इस पारी में 14 चौके और एक शानदार छक्का शामिल रहा। उन्होंने अकेले दम पर भारतीय पारी को संभालने की पूरी कोशिश की, लेकिन दूसरे छोर से बाकी बल्लेबाजों का साथ नहीं मिल पाया। हरलीन देओल ने 39 रन जरूर बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया द्वारा खड़ा किया गया 299 रनों का लक्ष्य भारतीय टीम के लिए पहाड़ जैसा साबित हुआ।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 298 रन बनाए। एनाबेल सरडलैंड ने जहां शानदार शतक जड़ा, वहीं एश्ले गार्डनर और ताहिला मैक्ग्रा ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। गार्डनर ने 64 गेंदों में 50 रन बनाए, जबकि मैक्ग्रा नाबाद 56 रन बनाकर लौटीं। भारतीय गेंदबाजों के लिए यह मैच चुनौतीपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने किसी भी मौके पर हावी होने का मौका नहीं दिया।
स्मृति मंधाना ने इस साल शानदार फॉर्म में रहते हुए चार शतक जमाए हैं। इससे पहले उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो शतक लगाए थे और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी एक सेंचुरी बनाई थी। लेकिन तीसरे वनडे में मंधाना की यह ऐतिहासिक पारी भी टीम इंडिया को हार से बचा नहीं सकी। भारतीय टीम 215 रन पर सिमट गई और 83 रन से मैच गंवा बैठी।
इस हार के बावजूद मंधाना की इस पारी ने महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। एक कैलेंडर ईयर में चार शतक लगाना किसी भी क्रिकेटर के लिए एक बड़ा उपलब्धि है और मंधाना ने यह कर दिखाया। उनका यह प्रदर्शन न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व की बात है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा भी है।
भारतीय टीम के लिए यह सीरीज भले ही निराशाजनक रही हो, लेकिन मंधाना का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड उन्हें महिला क्रिकेट के इतिहास में एक अलग मुकाम पर ले गया है। अब उम्मीद यही है कि मंधाना आने वाले मुकाबलों में भी इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखेंगी और भारतीय टीम को बड़ी जीत दिलाने में सफल होंगी।