भृत्य ने लगाई फांसी, देवभोग कोर्ट में था पदस्थ; एक साल से ड्यूटी से अनुपस्थित होने की बात आई सामने

गरियाबंद/छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक भृत्य ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतक की पहचान कामता साहनी (47 साल) के रूप में हुई है, जो देवभोग कोर्ट में पदस्थ था।

आज सुबह गरियाबंद नगर पंचायत के बाजार स्थित चौपाटी के पास भृत्य ने यह आत्मघाती कदम उठाया। हालांकि, भृत्य ने ऐसा क्यों किया और इसके पीछे की वजह क्या थी, इसकी जांच पुलिस द्वारा गहनता से की जा रही है।

यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की है। आज सुबह अचानक भृत्य कामता साहनी ने नगर पंचायत के बाजार स्थित चौपाटी के पास फांसी लगा ली। आसपास के लोगों ने जब भृत्य को फंदे पर लटका देखा तो इलाके में हड़कंप मच गया।

तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर फंदे से लाश को नीचे उतारा। पुलिस की शुरुआती जांच में शव के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाना और भी मुश्किल हो गया है।

फिलहाल पुलिस भृत्य द्वारा उठाए गए इस आत्मघाती कदम के पीछे की वजहों की जांच कर रही है। वहीं, इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे भृत्य के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

घटना के संबंध में यह भी बताया जा रहा है कि मृतक कामता साहनी पिछले एक साल से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था। उसके इतने लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित रहने और अब आत्महत्या करने के बीच क्या संबंध है, यह भी जांच का विषय है।

भृत्य के सुसाइड की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही, पुलिस परिजनों से भी घटना के संबंध में पूछताछ कर रही है ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके।