सेंसेक्स 450 अंक फिसला, निफ्टी भी 24750 से नीचे; क्यों भारतीय शेयर बाजार गिरा?

Stock Market closing today: भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को बिकवाली हावी रही। 

Stock Market closing: भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और कमजोर वैश्विक संकेतों ने निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर डाला। सेंसेक्स 465 या 0.55 फीसदी गिरकर 83,938.71 पर पहुंच गया जबकि निफ्टी 155 अंक या 0.60% फिसलकर 25,722 पर आ गया।

निफ्टी के प्रमुख शेयरों में एनटीपीसी, इटरनल, मैक्स हेल्थकेयर, सिपला और इंटरग्लोब एविएशन में 2% तक की गिरावट दर्ज हुई। इन स्टॉक्स में मुनाफावसूली देखने को मिली, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा।

बाजार में गिरावट की तीन बड़ी वजहें

विदेशी निवेशकों की बिकवाली

विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को 3077 करोड़ के शेयर बेचे, जो लगातार दूसरा दिन था जब उन्होंने भारतीय इक्विटी से पैसा निकाला। बुधवार को भी एफआईआई ने करीब 2540 करोड़ की बिकवाली की थी। लगातार निकासी से बाजार का मूड कमजोर हो गया।

कमजोर वैश्विक संकेत

एशियाई बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों ने भी भारतीय बाजारों को प्रभावित किया। शंघाई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग दोनों ही गिरावट में रहे। अमेरिकी बाजार भी गुरुवार को लाल निशान में बंद हुए।

अमेरिका-चीन व्यापार समझौते पर अनिश्चितता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई ताजा बातचीत ने बाजार को थोड़ी राहत तो दी लेकिन ठोस नतीजा नहीं निकला। दोनों नेताओं ने व्यापार तनाव कम करने पर सकारात्मक बातें कीं लेकिन कोई व्यापक समझौता नहीं हो सका। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेस के रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि ट्रम्प-शी बैठक से सिर्फ एक साल की अस्थायी राहत मिली है, स्थायी समाधान नहीं। इसी वजह से बाजार में निराशा का माहौल है।

विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी बिकवाली और वैश्विक अनिश्चितता तब तक बाजार को दबाव में रख सकती है, जब तक कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और फेडरल रिजर्व की दिशा साफ नहीं हो जाती। फिलहाल निवेशक डॉलर की मजबूती, बॉन्ड यील्ड और विदेशी निवेश फ्लो पर नजर बनाए हुए हैं। बाजार में सोमवार को भी वोलैटिलिटी बने रहने की संभावना जताई जा रही।

(प्रियंका कुमारी)