दुष्कर्म पीड़िता का छिंदवाड़ा किया ट्रांसफर, बोलीं- ये साजिश का हिस्सा, लेकिन मैं डरने वाली नहीं हूं

बालाघाट। भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुरे पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली शिक्षिका का स्थानांतरण बालाघाट से छिंदवाड़ा कर दिया गया है। पीड़िता ने इस ट्रांसफर को एक सोची-समझी साजिश करार दिया है और कहा कि यह उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने की कोशिश है। बावजूद इसके, उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह न तो डरेंगी और न ही पीछे हटेंगी।
पीड़िता बोलीं कि मैं अंत तक अपनी लड़ाई लड़ूंगी। नईदुनिया से बातचीत में शिक्षिका ने बताया कि मैंने ट्रांसफर के लिए कोई आवेदन नहीं किया था। मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, फिर भी मुझे क्यों ट्रांसफर किया गया। यह साफ तौर पर भूपेंद्र को बचाने की साजिश है।
बिना सूचना के ट्रांसफर, स्कूल स्टाफ ने दी जानकारी
पीड़िता के मुताबिक, 7 जून को ट्रांसफर आदेश जारी हुआ। 11 जून को जब अन्य शिक्षकों ने ट्रांसफर लिस्ट देखी तो सबसे पहला नाम उनका था। स्क्रीनशॉट मिलने के बाद उन्हें अपने ट्रांसफर की जानकारी मिली। वह जिस विषय की शिक्षिका हैं, स्कूल में उसी विषय का एकमात्र पद है।
12 साल पुराने प्रेम संबंध का आरोप
गौरतलब है कि 17 नवंबर 2024 को पीड़िता ने भूपेंद्र सोहागपुरे पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि हमारे बीच 12 साल से प्रेम संबंध थे, लेकिन भूपेंद्र ने चुपचाप दूसरी शादी कर ली। मैंने जब विरोध किया तो मुझे नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। अब सात महीने बाद, बिना किसी मांग या शिकायत के उनका स्थानांतरण कर दिया गया, जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं।