मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है, और मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड दस्तक दे चुकी है।
कश्मीर और लद्दाख की बर्फबारी और चक्रवातीय प्रभाव ने प्रदेश में ठंड को और बढ़ा दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में रात का तापमान और गिरेगा, साथ ही कोहरे की स्थिति भी कई जिलों को प्रभावित कर सकती है।
मध्य प्रदेश में गिरता पारा: ठंड के रिकॉर्ड
शनिवार को कई जिलों में पारा 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया।
- सबसे ठंडा: पचमढ़ी, जहां न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- मंडला: 7.4 डिग्री सेल्सियस के साथ ठंडा मैदानी इलाका रहा।
- भोपाल: 36 साल का रिकॉर्ड टूटा, पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस।
- अन्य स्थानों पर:
- उमरिया: 8.9 डिग्री
- राजगढ़: 9.2 डिग्री
- नौगांव: 9.5 डिग्री
ठंड का कारण: IMD की व्याख्या
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ठंड बढ़ने के पीछे कई कारण हैं:
- कश्मीर और लद्दाख में बर्फबारी: यहां की बर्फबारी से उत्तरी हवाएं प्रदेश में ठंडक बढ़ा रही हैं।
- जेट स्ट्रीम का प्रभाव: पश्चिम-उत्तर भारत में बने जेट स्ट्रीम ने रात के तापमान में गिरावट लाई है।
- चक्रवातीय गतिविधियां:
- मध्य पाकिस्तान और राजस्थान पर बने चक्रवात और प्रति चक्रवात ने ठंड को बढ़ावा दिया है।
- बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात ने हवाओं का रुख बदल दिया है।
कोहरे का अलर्ट और एक्यूआई लेवल का हाल
कोहरे और ठंड के इस दौर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी मध्यम श्रेणी में बना हुआ है।
- रविवार (सुबह) का AQI लेवल:
- भोपाल: 142
- जबलपुर: 119
- उज्जैन: 150
- ग्वालियर: 173
- इंदौर: 169
- शुक्रवार की तुलना में सुधार:
शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर और उज्जैन का AQI 260 से अधिक था, जबकि ग्वालियर में 260 और इंदौर में 133 दर्ज हुआ था।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
- रात का तापमान:
न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रहेगी, हालांकि रविवार से इसमें हल्की वृद्धि होने की संभावना है। - ठंड और कोहरे का प्रभाव:
उत्तरी हवाओं के कारण ठंड और कोहरा दोनों का डबल अटैक रहेगा।
सावधानी और सुझाव
- गर्म कपड़े पहनकर ठंड से बचाव करें।
- वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण, अस्थमा और सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोग विशेष ध्यान रखें।
- यात्रा करते समय कोहरे में वाहन चलाने के दौरान सावधानी बरतें।