ग्वालियर, शहडोल संभाग में भारी बारिश के आसार, बाकी जिलों में छिटपुट बौछारें पड़ेंगी

भोपाल । अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नौगांव में 25, नर्मदापुरम में 17, भोपाल में आठ, खजुराहो में चार, उमरिया, बैतूल, दतिया, रतलाम एवं सीधी में तीन मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को ग्वालियर, चंबल, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में छिटपुट बौछारें पड़ेंगी। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, वर्तमान में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की और झुका हुआ है।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र
इस चक्रवात से लेकर बांग्लादेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तरी झारखंड, पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र से होकर गुजर रही है। इस द्रोणिका में हाल ही में बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र भी कमजोर पड़कर द्रोणिका के रूप में बदलकर संबद्ध हो गया है।
29 जून को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़कर समाप्त हो गया है।
कमजोर पड़ रहे वेदर सिस्टम
अन्य मौसम प्रणालियां भी कमजोर पड़ रही हैं। इससे एक-दो दिन में भारी बारिश में कमी आ सकती है। हालांकि वातावरण में पर्याप्त नमी मौजूद रहने के कारण छिटपुट बौछारें पड़ने का सिलसिला बना रह सकता है।