Peronal Loan लेने की सोच रहे हैं? जानें वो 5 बड़ी वजहें जिनसे रिजेक्ट हो सकता है आपका आवेदन!

आजकल Peronal Loan एक आम जरूरत बन गया है, चाहे घर की मरम्मत हो, मेडिकल इमरजेंसी हो, या कोई बड़ा खर्च। लेकिन सिर्फ बैंक में आवेदन करना ही काफी नहीं होता, लोन मिलना इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपकी आर्थिक स्थिति कैसी है और बैंक या वित्तीय संस्थान आपको कितना भरोसेमंद मानते हैं।

कई बार लोग लोन के लिए अप्लाई करते हैं और उनका आवेदन बिना कारण समझे रिजेक्ट हो जाता है। इसके पीछे कुछ अहम बातें होती हैं जिनकी जानकारी होना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं उन 5 बड़ी वजहों के बारे में जो आपकी Peronal Loan लेने की क्षमता को सीधे तौर पर प्रभावित करती हैं।

1. खराब क्रेडिट स्कोर: वित्तीय व्यवहार का आईना
क्रेडिट स्कोर आपके पिछले लोन चुकाने के इतिहास और वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है। यह बैंकों के लिए आपके भरोसेमंद होने का एक प्रमुख पैमाना है। अगर आपने पहले कभी लोन लिया है और उसकी किश्तें समय पर नहीं चुकाई हैं, या आपका क्रेडिट कार्ड लगातार बकाया चल रहा है, तो आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। अधिकांश बैंक 720 या उससे ऊपर के क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को प्राथमिकता देते हैं। यदि आपका स्कोर 600 से नीचे है, तो पर्सनल लोन मिलना बहुत मुश्किल हो सकता है। यह दर्शाता है कि आप एक उच्च जोखिम वाले उधारकर्ता हो सकते हैं।

2. ज्यादा कर्ज (उच्च ऋण-से-आय अनुपात): आय पर मौजूदा बोझ
बैंकों को यह सुनिश्चित करना होता है कि आप नया लोन चुकाने में सक्षम होंगे या नहीं। वे आपकी वर्तमान आय पर पहले से चल रहे लोनों का आकलन करते हैं। यदि आपकी मासिक आय का एक बड़ा हिस्सा पहले से ही मौजूदा लोन की ईएमआई (EMI) में जा रहा है, तो नया लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। इसे ‘ऋण-से-आय अनुपात’ (Debt-to-Income Ratio) कहा जाता है। यह अनुपात जितना ज्यादा होगा, आपकी लोन योग्यता उतनी ही कम हो जाएगी, क्योंकि बैंक यह मान लेगा कि आपकी मौजूदा आय पर पहले से ही काफी बोझ है।

3. कम आय: चुकाने की क्षमता पर सवाल
Peronal Loan के लिए आपकी मासिक आय एक और महत्वपूर्ण कारक है। अगर आपकी आय बहुत कम है, तो बैंक को यह डर रहता है कि आप लोन की किश्तें समय पर चुका नहीं पाएंगे। ऐसे में, चाहे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा भी हो, लेकिन कमाई कम होने की वजह से आपका लोन आवेदन रिजेक्ट हो सकता है। बैंक हर महीने की ईएमआई को आपकी वर्तमान आय से मैच करके देखता है कि क्या आप उसे आसानी से चुका पाएंगे। उनकी नजर में एक स्थिर और पर्याप्त आय वाला व्यक्ति ही बेहतर उधारकर्ता होता है।

4. बहुत बड़ी लोन राशि मांगना: आय और जरूरत का संतुलन
कई बार लोग अपनी वास्तविक जरूरत से ज्यादा बड़ी लोन राशि मांग लेते हैं। यदि आपने ऐसी रकम मांगी है जो आपकी वर्तमान आय और चुकाने की क्षमता के हिसाब से बहुत ज्यादा है, तो बैंक साफ तौर पर इनकार कर सकता है। बैंक तभी लोन देगा जब उन्हें लगेगा कि आपकी आय उस लोन के बोझ को आसानी से उठा सकती है। जितना बड़ा लोन, उतनी बड़ी जिम्मेदारी। इसलिए, अपनी आय के अनुरूप ही लोन की राशि का अनुमान लगाना चाहिए।

5. अन्य छोटी लेकिन अहम बातें: overlooked कारक
लोन रिजेक्ट होने के कुछ और कारण भी हो सकते हैं, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।

  • उम्र: आपकी उम्र बहुत ज्यादा (सेवानिवृत्ति के करीब) या बहुत कम (युवा और अनुभवहीन) होना भी एक बाधा बन सकता है।

  • आधार-मोबाइल लिंक न होना: केवाईसी (KYC) प्रक्रिया के लिए आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक होना अनिवार्य है।

  • आईटीआर फाइल न करना: यदि आपने पिछले कुछ सालों से इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल नहीं किया है, तो यह आपकी आय और वित्तीय स्थिरता का पुख्ता प्रमाण नहीं देता।

  • नौकरी में अस्थिरता: नौकरी में स्थिरता न होना, बार-बार नौकरी बदलना, या वर्तमान में ट्रायल पीरियड (प्रोबेशन) में होना भी बैंकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि यह आपकी आय की निरंतरता पर सवाल उठाता है।