छाते में लगाया जीपीएस, जिससे परिवार के सदस्यों को मिलती रहेगी बुजुर्ग की लोकेशन

इंदौर। राजमोहल्ला स्थिति निजी स्कूल में लगाई गई जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी का समापन गुरुवार को हुआ। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा बनाए आकर्षक माडल नजर आए। एक विद्यार्थी ने छाते में जीपीएस लगाया है, जिससे यदि बुजुर्ग घर से बाहर निकलता है तो परिवार के सदस्यों को उनकी लोकेशन मिलती रहेगी।
विद्यार्थी ने संतरे के छिलके से लेदर बनाया है। इससे पशु हत्या के मामलों में कमी ला सके। समापन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार मंडलोई ने माडल देखे और विद्यार्थियों के हुनर की प्रशंसा की।
11 विद्यार्थियों का हुआ चयन
राज्य स्तरीय आयोजन के लिए 11 विद्यार्थियों को चयनित किया गया। वर्ष 2023-24 के लिए श्रद्धा रघुवंशी, शंकर दुबे, रिया महेश्वरी, स्वाती कामले, आराध्या जैन और विजय कंसराम का चयन किया गया।
इसी प्रकार वर्ष 2024-25 के लिए सानवी कुमावत, मैत्री पाठक, राजेश, खुशी पगारे, सत्यम और सुधीर गोहे का चयन किया गया। इस दौरान एडीपीसी नरेंद्र जैन, प्राचार्य आभा जौहरी, ज्यूरी सदस्य सुमित रघुवंशी, अंजली सोनी, नोडल अधिकारी आरके चेलानी, मनोज खोपकर आदि मौजूद रहे।
छाते पर लगाया जीपीएस और टार्च
सांवेर की अनुष्का प्रजापत ने छाते पर जीपीएस और टार्च लगाया है, ताकि बुजुर्ग और बच्चे कहीं जाएं तो परिवार के सदस्यों को लोकेशन मिल सके। अनुष्का ने बताया कि इस मॉडल में छाते के हैंडल में टार्च लगाई गई है, जो अंधेरे में राह दिखाएगी, जबकि जीपीएस ट्रैकर की मदद से व्यक्ति की लोकेशन ट्रेस की जा सकती है। यह नवाचार विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोगी हो सकता है। मानसून और बिजली की अनुपलब्धता में यह एक बड़ी राहत बन सकता है। मार्गदर्शक शिक्षक डा. विद्या दुबे रहीं।
संतरे के छिलकों से बनाया बायो लेदर
इंदौर की प्रभमीत कौर भाटिया ने संतरे के छिलकों से बायो लेदर बनाया है। प्रभमीत ने बताया कि बायो लेदर को संतरे के छिलकों से तैयार किया गया है। इसमें सोडियम एल्जिनेट और ग्लिसरीन का उपयोग किया गया है, जो पारंपरिक चमड़े जैसा दिखता है, लेकिन यह पूरी तरह शाकाहारी और बायोडिग्रेडेबल है। इससे पशु हत्या भी कम हो सकती है। खास बात है कि यह पशु के चमड़े से बनाए जा रहे लेदर से भी सस्ते में तैयार हो जाता है। यह फैशन इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद है।
नो पार्किंग में वाहन जाने से रोकेगा यह डिवाइस
महू के प्रिंस कोहली ने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जो नो पार्किंग में वाहनों को खड़ा करने से रोकेगा। प्रिंस ने बताया कि शहर में कई छोटी गलियां होती हैं जहां चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध रहता है।
इसके अलावा नो पार्किंग में वाहन खड़े कर देते हैं, लेकिन इन्हें कोई बोलने वाला नहीं होता है। हम एक प्लेट को सड़क पर बिछाएंगे, जिस पर कार के पहिए पहुंचेंगे। तो लाउड स्पीकर से आवाज आएगी कि यहां वाहन ना लगाएं, इस गली में वाहन लेकर ना जाएं। इससे यातायात पुलिस को काफी मदद मिलेगी।