Gold Price Update: सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट जारी: 24 कैरेट सोना 500 रुपये से ज्यादा सस्ता, चांदी 1000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा गिरी

Gold Price Update/गुरुवार को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों और उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है।

Gold Price Update/इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के आंकड़ों के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत में 500 रुपये से अधिक की कमी आई है, जबकि चांदी की कीमतें 1,000 रुपये प्रति किलो से अधिक गिर गई हैं।

सोने की कीमतों में गिरावट:

ताजा आंकड़ों के अनुसार, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत घटकर 1,23,354 रुपये हो गई है। इससे पहले, यह 1,23,907 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जो सोने की कीमतों में 553 रुपये की कमी को दर्शाता है। इसी तरह, 22 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत कम होकर 1,12,992 रुपये हो गई है, जबकि बुधवार को यह 1,13,499 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। 18 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम भी कम होकर 92,516 रुपये पर आ गया है, जो पहले 92,930 रुपये प्रति 10 ग्राम था।

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। चांदी की कीमत 1,051 रुपये घटकर 1,51,450 रुपये प्रति किलो हो गई है, जो बुधवार को 1,52,501 रुपये प्रति किलो थी। यह लगातार दूसरा दिन है जब कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।

इससे पहले, बुधवार को 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमतों में 3,700 रुपये से अधिक और चांदी की कीमतों में करीब 10,600 रुपये प्रति किलो की भारी गिरावट देखी गई थी।

वायदा बाजार में रिकवरी, अंतरराष्ट्रीय कारकों का प्रभाव:

हाजिर बाजार के उलट, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा बाजार में आज तेजी देखने को मिली। एमसीएक्स पर सोने का 05 दिसंबर 2025 का कॉन्ट्रैक्ट 1.57 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,23,765 रुपये पर और चांदी का 05 दिसंबर 2025 का कॉन्ट्रैक्ट 2.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,48,923 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में यह रिकवरी बीते दिनों हुई बड़ी गिरावट के बाद मुनाफावसूली और अमेरिका की भारत और चीन के साथ ट्रेड समझौते को लेकर बातचीत जैसे कारकों के कारण हुई।

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति की नीतिगत सोच में बदलाव को लेकर अनिश्चितता के कारण मामूली तेजी भी आई, जिसकी वजह निवेशकों का निचले स्तरों पर फिर से निवेश करना था। इन वैश्विक और घरेलू कारकों के चलते सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, जिस पर निवेशकों की पैनी नजर बनी हुई है।