EMI भुगतान करते समय ये गलतियां न करें, वरना हो सकता है भारी नुकसान!

आजकल मेट्रो शहरों में अधिकांश लोग महंगे सामान को एकमुश्त खरीदने की बजाय ईएमआई (EMI) पर लेते हैं। चाहे वह मोबाइल, टीवी, घर, या कार हो, ईएमआई पर खरीदारी करना आम बात हो गई है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब आप अपनी ईएमआई भरते हैं तो एक छोटी सी गलती आपके लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है? अगर आप भी ईएमआई भरते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

EMI की तारीख में हुई गलती का क्या होगा असर?

ईएमआई भरते समय सबसे सामान्य गलती यह होती है कि लोग अपनी ईएमआई की तारीख सही तरीके से सेट नहीं करते। अगर आपने कोई सामान किश्तों पर खरीदा है, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी ईएमआई डेट आपकी सैलरी के आने के बाद हो। यदि आप अपनी सैलरी के साथ मेल खाते हुए अपनी ईएमआई की तारीख तय नहीं करते, तो आपका अकाउंट खाली होने पर ईएमआई लैप्स (कुंठित) हो सकती है।

सैलरी के बाद की तारीख पर क्यों सेट करें ईएमआई?

मान लीजिए कि आपकी सैलरी हर महीने 1 तारीख से 5 तारीख के बीच आती है, तो अपनी ईएमआई डेट को तीन या चार दिन बाद की तारीख पर सेट करें। ऐसा करने से, अगर आपकी सैलरी में एक-दो दिन की देरी हो भी जाए, तो भी आपकी ईएमआई की तारीख पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इससे आपका CIBIL स्कोर भी सुरक्षित रहेगा और कोई जुर्माना भी नहीं लगेगा।

लेकिन अगर आपने अपनी ईएमआई की तारीख बहुत जल्दी तय कर दी तो इस बात का खतरा रहेगा कि जब आपका अकाउंट खाली हो, तो आपकी ईएमआई डेडलाइन पर चुकता न हो पाए, जिससे आपको जुर्माना और खराब CIBIL स्कोर का सामना करना पड़ सकता है।

EMI लैप्स होने से क्या नुकसान हो सकता है?

अगर आपने अपनी ईएमआई समय पर नहीं भरी और वह लैप्स हो गई तो यह आपके वित्तीय जीवन में बहुत बड़े नुकसान का कारण बन सकता है। उदाहरण के लिए, हाल ही में एक व्यक्ति ने अपने होम लोन की ईएमआई भरने में एक दिन की देरी की। इस छोटी सी चूक के कारण उसका CIBIL स्कोर 799 से घटकर 772 हो गया। इसके साथ ही, उसके Experian स्कोर में भी 10 प्वाइंट की कमी आई।

यह केवल स्कोर का ही नुकसान नहीं है, बल्कि इसका असर आपके आने वाले लोन पर भी पड़ सकता है।

ब्याज दरों पर भी असर

जिनका CIBIL स्कोर 750 से ऊपर होता है, उन्हें आमतौर पर लोन पर कम ब्याज दर मिलती है। जैसे कि अगर आपका CIBIL स्कोर 750 से ज्यादा है तो आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से 9.10% ब्याज दर पर होम लोन या टॉप-अप लोन ले सकते हैं। लेकिन अगर आपकी ईएमआई लैप्स हो गई और आपके CIBIL स्कोर में गिरावट आई, तो आपको यही लोन 9.30% की ब्याज दर पर मिलेगा। इससे आपका वित्तीय बोझ बढ़ सकता है।

कैसे बचें इन गलतियों से?

  1. सैलरी की तारीख से मेल खाती हुई तारीख पर ईएमआई तय करें।
  2. अपनी ईएमआई का भुगतान समय पर करें ताकि CIBIL स्कोर में कोई गिरावट न हो।
  3. ईएमआई भरने के बाद अकाउंट में बैलेंस चेक करें और सुनिश्चित करें कि पैसा पर्याप्त है।
  4. अगर आपको लगता है कि आप समय पर ईएमआई नहीं भर पाएंगे, तो पहले से ही लोन देने वाली संस्था से बातचीत करें।