बालोद में प्रेस रिपोर्टर क्लब की जिला इकाई का हुआ गठन, जानिए कौन-कौन से पत्रकार हुए क्लब में शामिल

बालोद: देव उठनी एकादशी के पावन अवसर पर बालोद जिले में पत्रकारिता जगत ने एक नया स्वर्णिम अध्याय रच दिया.

रायपुर स्थित प्रेस रिपोर्टर क्लब के 25 वर्षों के गौरवशाली इतिहास और प्रदेश सचिव संजय सोनी के प्रेरक मार्गदर्शन में प्रेस रिपोर्टर क्लब बालोद इकाई का भव्य गठन योग वेदांत आश्रम, रोशन नगर में संपन्न हुआ.

यह आयोजन न केवल पत्रकारों की एकता और प्रतिबद्धता का प्रतीक बना, बल्कि निष्पक्षता, निर्भीकता और जनसेवा की भावना से ओत-प्रोत रहा.

इस अवसर पर सर्वसम्मति से पदाधिकारियों का चयन किया गया। तरुण नाथ योगी को अध्यक्ष, खिलावन चन्द्राकर को संयोजक, मोहन निषाद को सचिव, यशवंत निषाद को सह सचिव, सलीम तिगाला को कोषाध्यक्ष, राकेश जोशी को उपाध्यक्ष, मीनू साहू को संगठन मंत्री और मीरा निषाद को सह संगठन मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई.

कार्यक्रम में वरिष्ठ और युवा पत्रकार राजा खान, विपिन जैन, उत्तम साहू, विकास साहू, राहुल उपाध्याय, शितेश साहू, भगवान दास, नरेंद्र सोनवानी, महेंद्र सोनवानी, मोयूमूदीन खान, पवन विश्वकर्मा, शमशेर सिंह, बबला खपाड़े, नरेश जोशी, राबीन एनथुनी, राहुल परसादी, वेंकट राव और दीनदयाल जेठुमल साहू की उपस्थिति ने संगठन को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान की.

क्लब का उद्देश्य और संकल्प

क्लब का प्रमुख उद्देश्य पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा, निष्पक्ष एवं निर्भीक पत्रकारिता को बढ़ावा देना और भ्रष्टाचार, अन्याय व शोषण के खिलाफ संगठित रूप से आवाज उठाना है. इकाई ने यह दृढ़ संकल्प लिया है कि सत्य के मार्ग पर अडिग रहकर जनहित की आवाज बनेगी और आवश्यकता पड़ने पर जन आंदोलन, धरना या प्रदर्शन के माध्यम से भी अन्याय का प्रतिकार करेगी.

कौशल उन्नयन और सशक्तिकरण पर जोर

क्लब द्वारा पत्रकारों के कौशल विकास हेतु कार्यशालाएं, सेमिनार और डिजिटल मीडिया प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि आधुनिक पत्रकारिता की चुनौतियों का सामना किया जा सके। महिला और युवा पत्रकारों का सशक्तिकरण भी क्लब की प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा, जिससे उन्हें समान अवसर मिल सकें और नवोदित पत्रकारों को मंच प्राप्त हो.

सामाजिक उत्तरदायित्व और जनजागरूकता

क्लब पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर खोजी पत्रकारिता को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही, पत्रकारों की कानूनी सुरक्षा के लिए कानूनी सहायता कोष की स्थापना की जाएगी। ग्रामीण रिपोर्टिंग कैंप और जनसुनवाई कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय मुद्दों को राष्ट्रीय पटल तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है.