रायपुर। प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों के डाटा एंट्री ऑपरेटरों 12 दिंबसर से फिर धरने पर बैठने की तैयारी में है।
ऑपरेटरों ने 12 दिसंबर से नवा रायपुर में धरना- प्रदर्शन करने की लिखित सूचना सरकार को दे दी है। धान खरीदी केंद्रों में काम करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटरों के यूनियन के अध्यक्ष ऋषिकांत मोहरे ने बताया कि तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर के आपरेटरों ने आंदोलन किया था।
तब सरकार की तरफ से मांगों पर शीघ्र विचार करने का आश्वासन मिला था, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं की गई है।
वहीं, सरकार ने धान खरीदी नीति में अप्रैल 2025 में आउटसोर्सिंग की कार्यवाही करने का आदेश जारी कर दिया।
लंबे समय से संविदा के आधार पर काम कर रहे ऑपरेटरों की मांग है कि सरकार उनका विभाग तय करे, लेकिन यह काम भी अब तक नहीं हो पाया है। मोहरे ने बताया कि नवीन वित्त निर्देश के अनुसार वेतन वृद्धि नही की गई है। उन्होंने बताया कि ऑपरेटरों को समय पर वेतन नही मिल रहा है।
24-25 का ये पांचवा माह रनिंग चल रहा है वेतन नही आया है। अगस्त 23 के छूटे वेतन के संबंध में शासन कोई जवाब नही दे रहे है। जो पिछला 7 माह का वेतन कैबिनेट बैठक से जारी हुवा उसमे भी बहुत जिले में वेतन कटोती किया गया।
पिछले हड़ताल के 37 दिन को कार्य अवधि मानने हेतु कोई आदेश शासन द्वारा जारी नही किया गया। साथ ही अधिकांश जिले के ऑपरेटर का नियम विरुद्ध ट्रांसफर कर दिया गया है। संघ ने इन सभी बातो से खाद्य सचिव को अवगत कराते हुए 12 दिसंबर से आंदोलन पर जाने का फैसला कर लिया है।