सीयूईटी यूजी में बीबीए-एमटेक कोर्स होंगे शामिल, बढ़ेंगी 90 सीटें

इंदौर। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इसके बाद अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने स्नातक और इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया को तेज कर दिया है। काउंसिलिंग की तैयारी भी शुरू कर दी, लेकिन उसके पहले विश्वविद्यालय ने तीन नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, जिनमें दो पाठ्यक्रम को सीयूईटी यूजी से जोड़ने का फैसला लिया है।

इस संबंध में विश्वविद्यालय की पोर्टल पर अधिसूचना जारी कर दी। पहली बार विश्वविद्यालय ने यूटीडी में बीबीए पाठ्यक्रम की शुरुआत की है। खास बात यह है कि विद्यार्थियों को बीबीए द्वितीय वर्ष में तीन स्पेशलाइजेशन चुनने का मौका मिलेगा। वहीं एमएससी-एमसीए के बाद अब एमटेक इन कम्प्यूटर साइंस कोर्स भी तैयार किया है। दोनों पाठ्यक्रम में 90 सीटें रखी गई हैं।

28 कोर्स में 1467 सीटें

सीयूईटी यूजी की परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय के 28 कोर्स में 1467 सीटें रखी गई थी। आईएमएस, आईआईपीएस, ईएमआरसी, फार्मेसी, एनर्जी सहित विभागों से संचालित एमबीए-एमटेक इंटीग्रेटेड, बीकाम, बीए, बीफार्मा, बीसीए, बीएएलएलबी, एमटेक, एमएससी है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन के स्कूल ऑफ इकोनामिक्स में बीबीए पाठ्यक्रम शुरू होगा। 60 सीटों पर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।

विभागाध्यक्ष डॉ. कन्हैया आहूजा के मुताबिक बीबीए पहले वर्ष की पढ़ाई पूरी होने के बाद विद्यार्थियों के लिए तीन विषय रखे हैं। द्वितीय वर्ष की पढ़ाई छात्र-छात्राएं इंटनेशनल ट्रेड, फाइनेंस सर्विस और मार्केटिंग से कर सकेंगे। पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद विद्यार्थियों को बीबीए आनर्स की डिग्री प्रदान की जाएगी।

इंटर्नशिप या अप्रेंटिसशिप का मिलेगा मौका

सीयूईटी यूजी में जुड़ने वाला दूसरा पाठ्यक्रम पांच वर्षीय एमटेक कम्प्यूटर साइंस है। इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री प्रोग्राम इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज से संचालित किया जाएगा। शुरुआत में विभाग ने इस पाठ्यक्रम में सिर्फ 30 सीटें रखी हैं। एकेडमिक के साथ ही विद्यार्थियों को उद्योग में व्यावहारिक अनुभव भी मिल सकेगा।

आईआईपीएस की निदेशक डॉ. यामिनी करमरकर ने बताया कि कोर्स के चौथे वर्ष में अनिवार्य एक वर्षीय इंडस्ट्री इंटर्नशिप या अप्रेंटिसशिप रहेगी। इससे छात्र वास्तविक कार्य वातावरण में तकनीकी, पेशेवर और अनुसंधान कौशल के बारे में सीख सखेंगे।

पाठ्यक्रम में एआई, मशीन लर्निंग, क्लाउड कम्प्यूटिंग और क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसे आधुनिक विषयों को पढ़ाया जाएगा। साथ ही अंतिम वर्ष में इंडस्ट्री या रिसर्च आधारित इंटर्नशिप भी होगी, जिससे छात्रों को रोजगार या उच्च अध्ययन के बेहतर अवसर मिलेंगे।

जेईई से बैचलर ऑफ प्रोडक्ट डिजाइन में प्रवेश

विश्वविद्यालय ने इस साल तीसरा पाठ्यक्रम आईईटी में शुरू करने का फैसला लिया है। बैचलर आफ प्रोडक्ट डिजाइन पाठ्यक्रम में जेईई के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसमें 60 सीटें रखी गई हैं। चार वर्षीय पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को भविष्य की समस्याओं को हल करने के लिए डिजाइन थिंकिंग, इंजीनियरिंग बेसिक्स, एर्गोनामिक्स और एस्थेटिक्स के उन्नत अनुप्रयोगों के बारे में बताया जाएगा।

अगले साल दो और पाठ्यक्रम होंगे शामिल

विश्वविद्यालय ने अगले साल भी नए पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है। पहला मास्टर आफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स (एमपीईएस) है। यह स्नातकोत्तर डिग्री एक वर्षीय और दो वर्षीय दोनों ट्रैक प्रदान करती है, जो पेशेवरों को खेल, फिटनेस और शिक्षाविदों में विभिन्न भूमिकाओं के लिए तैयार करती है। वहीं फिजिकल एजुकेशन विभाग से दो कोर्स बीपीएड रखा है। इसमें 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थी दाखिला ले सकेंगे।

15 जुलाई से होंगे पंजीयन

विश्वविद्यालय को सीयूईटी यूजी के विद्यार्थियों का डेटा का इंतजार है। एनटीए की तरफ से 10 जुलाई तक विद्यार्थियों का स्कोर कार्ड और डेटा मिलने की उम्मीद है। सीयूईटी समन्वयक डॉ. राजेश शर्मा का कहना है कि अगले कुछ दिनों में सीयूईटी यूजी काउंसलिंग की अधिसूचना जारी करेंगे। यह काउंसिलिंग भी पूरी तरह ऑनलाइन रखी गई है। पंजीयन के आधार पर विद्यार्थियों को च्वाइस फिलिंग करनी होगी। उसके बाद ही सीटें आवंटित की जाएंगी। 15 जुलाई से पंजीयन प्रक्रिया शुरू होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *