अगले हफ्ते से मौसम में बदलाव: बढ़ेगी ठंड, कोहरा, और शीतलहर, IMD ने जारी किया अपडेट

छत्तीसगढ़ में सर्दी ने अपनी दस्तक दे दी है, और उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं ने ठंड को और बढ़ा दिया है। खासकर सरगुजा संभाग के सामरी, मैनपाट और बलरामपुर जैसे क्षेत्रों में तापमान गिरकर 6 से 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

इसके साथ ही दिन के समय भी ठंड का असर साफ महसूस हो रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में मौसम में और बदलाव की संभावना जताई है।

छत्तीसगढ़ में शीतलहर का प्रभाव

  • सरगुजा संभाग: ठंडी हवाओं और कम तापमान की वजह से शीतलहर चल रही है।
  • बिलासपुर संभाग: अगले 24 घंटों में यहां भी तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
  • रायपुर: नवंबर के अंत तक न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

हवा में नमी के चलते रातें और ठंडी हो सकती हैं, जबकि दिन के समय तापमान में मामूली गिरावट जारी रहेगी।

मौसम में बदलाव का समय

25 नवंबर: हल्की राहत

  • 25 नवंबर तक तापमान में मामूली वृद्धि होगी, जिससे ठंड में थोड़ी कमी महसूस की जा सकती है।
  • बस्तर के सुकमा और कोंटा जिलों में बादल छाने और हल्की बारिश के आसार हैं।

27 नवंबर: ठंड का प्रकोप बढ़ेगा

  • 27 नवंबर के बाद न्यूनतम तापमान में फिर गिरावट होगी।
  • शीतलहर का प्रभाव तेज होगा, और कोहरा भी घना हो सकता है।
  • प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में ठंड और बढ़ सकती है, जिससे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होगी।

दिसंबर में क्या रहेगा हाल?

मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में छत्तीसगढ़ में कड़ाके की सर्दी पड़ने के आसार हैं। खासकर रात के समय ठंड और शीतलहर का असर ज्यादा महसूस किया जाएगा। कुछ इलाकों में हल्की बारिश और कोहरे के कारण सर्दी का प्रभाव और बढ़ सकता है।

सर्दी से बचाव के उपाय

  1. गरम कपड़ों का इस्तेमाल करें: शीतलहर के दौरान ऊनी कपड़े पहनना जरूरी है।
  2. रात को बाहर निकलने से बचें: खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों में जहां ठंड ज्यादा हो सकती है।
  3. गर्म पेय पदार्थ पिएं: सूप, हर्बल टी और अदरक वाली चाय जैसे पेय पदार्थ शरीर को गर्म रखने में मदद करेंगे।
  4. बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें: सर्दी का असर इन पर ज्यादा पड़ सकता है।

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