HDFC Bank और SBI के निवेशकों को बड़ा झटका! बीते हफ्ते करोडो का नुकसान

भारतीय शेयर बाजार में बीते सप्ताह भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की टॉप-10 कंपनियों में से आठ कंपनियों का कुल मूल्यांकन 1,65,180.04 करोड़ रुपये कम हो गया। सबसे बड़ा झटका निवेशकों को HDFC Bank और SBI के शेयरों से लगा।

हालांकि, Infosys और TCS जैसी आईटी कंपनियों ने मुनाफा अर्जित किया, जिससे बाजार में थोड़ी स्थिरता बनी रही।

HDFC Bank और SBI: सबसे बड़ा नुकसान

बीएसई सेंसेक्स में बीते सप्ताह 1,906.01 अंक (2.39%) की गिरावट हुई। इसका सबसे बड़ा असर HDFC Bank और SBI के बाजार मूल्यांकन पर पड़ा।

  • SBI का नुकसान:
    • SBI का बाजार पूंजीकरण 34,984.51 करोड़ रुपये कम होकर 7,17,584.07 करोड़ रुपये रह गया।
    • सार्वजनिक क्षेत्र के इस बैंक को सबसे अधिक नुकसान हुआ, जिससे इसके निवेशकों को बड़ा झटका लगा।
  • HDFC Bank का नुकसान:
    • HDFC Bank के मार्केट कैप में 28,405.08 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
    • बैंक का कुल मूल्यांकन अब 11,46,043.77 करोड़ रुपये रह गया है।

IT सेक्टर की बढ़त: Infosys और TCS ने दिलाया राहत

जबकि बैंकिंग सेक्टर को भारी नुकसान हुआ, IT सेक्टर ने उम्मीदें जगाई। Infosys और TCS ने बीते सप्ताह लाभ दर्ज किया।

  • Infosys:
    • कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 6,33,946.02 करोड़ रुपये हो गया।
  • TCS:
    • TCS का मार्केट कैप भी मजबूती के साथ 12,92,592.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

अन्य कंपनियों पर असर

शीर्ष कंपनियों में अन्य को भी नुकसान झेलना पड़ा:

  • Reliance Industries: देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस का मूल्यांकन 26,896.92 करोड़ रुपये घटा।
  • ICICI Bank और Bharti Airtel: इन कंपनियों को भी क्रमशः 22,427.33 करोड़ रुपये और 16,203.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

पिछले सप्ताह बाजार क्यों गिरा?

बीएसई सेंसेक्स में गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण थे:

  1. अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी: ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा और भू-राजनीतिक तनावों ने बाजार की धारणा पर असर डाला।
  2. बैंकिंग सेक्टर पर दबाव: बढ़ती ब्याज दरों और NPA को लेकर चिंता।
  3. मुनाफावसूली: कुछ निवेशकों ने पिछले लाभ को कैश में बदलने का निर्णय लिया।

निवेशकों के लिए आगे की रणनीति

  1. डायवर्सिफिकेशन करें: बैंकिंग सेक्टर में निवेश करने वाले निवेशकों को आईटी और FMCG जैसे स्थिर क्षेत्रों में भी निवेश करना चाहिए।
  2. लॉन्ग टर्म रणनीति अपनाएं: बाजार में अस्थिरता के बावजूद, लॉन्ग-टर्म में अच्छे शेयरों पर बने रहें।
  3. डेटा पर नजर रखें: वैश्विक बाजार के संकेतों और भारतीय इकोनॉमी के डेटा पर नजर बनाए रखें।