बीजापुर में मुखबिरी के शक में हत्या,7 नक्सली गिरफ्तार:पुलिस ने ग्रामीणों की हत्या में शामिल नक्सलियों को पकड़ा, वारदात में इस्तेमाल हथियार भी बरामद

बीजापुर जिले के उसूर और ईलमिड़ी थाना क्षेत्रों में पुलिस ने मुखबिरी के संदेह में ग्रामीणों की हत्या में शामिल सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस, डीआरजी, सीआरपीएफ और कोबरा की संयुक्त टीम ने की।

उसूर थाना क्षेत्र में 1 अक्टूबर को पुजारीकांकेर निवासी भीमा मड़कम की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। पुलिस मुखबिरी के शक में टंगिया और चाकू से उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी।

जवानों ने ग्रामीण की हत्या में पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया

इस मामले की जांच के बाद उसूर थाना, सीआरपीएफ 196, 229 और कोबरा 205 की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इनमें रेंगा पिड़गा उर्फ गुंडम (संघम सदस्य), हड़मा काका (संघम सदस्य), शंकर एसम उर्फ गोलेम (भूमकाल मिलिशिया डिप्टी कमांडर), मड़कम बुधरा (संघम सदस्य) और सोढ़ी अंदा (संघम सदस्य) शामिल हैं।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किए गए धारदार हथियार भी बरामद किए गए हैं।

नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के संदेह में की थी हत्या

इसी तरह, ईलमिड़ी थाना क्षेत्र में भी नक्सलियों ने मुजालकांकेर निवासी सत्यम पूनेम की हत्या पुलिस मुखबिरी के संदेह में की थी। इस मामले में ईलमिड़ी थाना और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (छसबल) की 9वीं वाहिनी की संयुक्त कार्रवाई में दो नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। इनकी पहचान महेंद्र मिच्चा (मिलिशिया सदस्य) और लक्ष्मण कुरसम (मिलिशिया सदस्य) के रूप में हुई है।

गिरफ्तार नक्सलियों को कोर्ट में किया गया पेश

पुलिस के अनुसार, सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ संबंधित थानों में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है।

बीजापुर पुलिस का मानना है कि यह गिरफ्तारी क्षेत्र में नक्सलियों की हिंसक गतिविधियों पर अंकुश लगाने और ग्रामीणों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कामयाबी है।