मध्य प्रदेश के 43 जिलों में आज भारी बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी मजबूत मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार-शुक्रवार को भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, बालाघाट, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, मंडला और डिंडौरी जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक गुना में 125.2, भोपाल में 91.8, सिवनी में 59.8, मलाजखंड में 50.4, बैतूल में 50.2, सीधी में 44.6, पचमढ़ी में 38.2, श्योपुर में 27, रतलाम में 22, शिवपुरी में 19, मंडला में 18.4, जबलपुर में 16, रायसेन में 14.4, सतना में 14, उमरिया में 13.2, नरसिंहपुर में 13 और नर्मदापुरम में 12.1 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक प्रदेश में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहेगा।
शिवपुरी और सीधी के ऊपर मानसून की द्रोणिका
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में मानसून द्रोणिका बीकानेर, वनस्थली, शिवपुरी, सीधी, चाईबासा, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिणी झारखंड और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है, जो दक्षिणी की तरफ झुका हुआ है।
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान से बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिणी झारखंड से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में तीन मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं। मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से रुक-रुककर बारिश का सिलसिला दो-तीन दिन तक बना रह सकता है।
उधर, बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक शिवपुरी में 15, रतलाम, उज्जैन एवं नौगांव में 13, पचमढ़ी, गुना एवं ग्वालियर में सात, बैतूल में छह, भोपाल एवं सीधी में चार मिलीमीटर बारिश हुई।